बाकरा गाँव चल रहे निःशुल्क पशु चिकित्सा एवं बाँझपन निवारण शिविर में पशुपालनो के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है

बाकरा गाँव मे चल रहा यह शिविर आज ग्रामीणो के अर्थ व्यवस्था में पशुपालन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है एवं सीमान्त, उपसीमान्त तथा भूमिहीन कृषकों के रोजगार सृजन में भी महत्वपूर्ण प्रभाव रखता हैं !
पशुओं के बीमार होने पर पशुपालकों को महंगी दवाइयां एवं महंगें ईलाज का सामना करना पड़ता है इससे वह कर्ज में डूब जाता है। ऐसे में पशुपालको के लिये समय पर दवाइयां सुलभ कराना पशुओं के जीवन की रक्षा ही नहीं करता है वरन पशु पालकों को आर्थिक सम्बल प्रदान कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में सहायक हो रहा है यह बाकरा गाँव मे शिविर

                      
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इसी अवधारणा के साथ एवं श्री जैन संघ बाकरा गाँव दुवार हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी निःशुल्क दवा योजना की आशातीत सफलता को देखते हुए आज बाकरा गाँव के आजु बाजू गावों में सभी पशुओ के लिए पशुधन की चिकित्सा हेतु सर्वाधिक उपयोग में आने वाली आवश्‍यक दवाईयां निःशुल्क उपलब्ध कराने की दृष्टि से "श्री जैन संघ बाकरा दुवारा निःशुल्क पशु शल्य चिकित्सा एवं बांझपन निवारण शिविर आज कई वर्षों से आयोजित की जा रही है यह शिविर यह दवा  जब से प्रारम्भ की गई है। इस शिविर के क्रियानवयन से गरीब कृषक/किसानों के द्वारा पशुधन की चिकित्सा पर होने वाले खर्च में कटौती होगी तथा पशुओं का समय पर उपचार हो सकेगा। बीमारियों के कारण पशुओं की उत्पादक क्षमता पर पड़ने पाले विपरीत प्रभाव में कमी आयेगी।
यह शिविर तीन दिनों के लिए लगया गया है आज दूसरा दिन है कल होगा अंतिम दिन सोमवार

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