हैदराबाद की चार मीनार और बाकरा गाँव की तीन मीनार
आपने सब जरूर चार मीनार देखी होगी लेकिन अपने कभी हमारे ४०-५० साल पहले बनी
बाकरा ग्राम में """"तीन मीनार """"नहीं देखी होगी
तो ऐक आप जरूर देखियेगा
तो ऐक आप जरूर देखियेगा
★★★★★★★निर्माणता★★★★★★★
संघवी स्व: मातृश्री ज्योतिबाई धर्म पत्नी ताराचन्दजी की पुण्य स्मर्ति में सपुत्र उकचंद , घेवरचंद, रिखबचन्द , सुपौत्र कान्तिलाल, अशोक कुमार , सूरजमल ,रमेश कुमार , प्रकाश कुमार , प्रवीण कुमार , उत्तमचंद , नेमीचंद ,
बेटापोता शा ताराचंद जी गजाजी
नागोत्रा सोलंकी परिवार बाकरा ग्राम वासी द्वारा कराया गया था जो आज भी हमारे बाकरा ग्राम के बीचो बिच में और इनके चारो तरफ से ४ रस्ते निकलते हे जोकी इस चबूतरा से लेकर गाँव बाहर तक निकलते हे जिसमे मुख्य रूप से
बेटापोता शा ताराचंद जी गजाजी
नागोत्रा सोलंकी परिवार बाकरा ग्राम वासी द्वारा कराया गया था जो आज भी हमारे बाकरा ग्राम के बीचो बिच में और इनके चारो तरफ से ४ रस्ते निकलते हे जोकी इस चबूतरा से लेकर गाँव बाहर तक निकलते हे जिसमे मुख्य रूप से
★★★★★★★गली नम्बर १★★★★★★★★
चबूतरे से लेकर सोनारों का वास ,पुरोहितो का वास फिर राजपूतो का वास होते हुए बाकरा ग्राम के ठिकाना से होते हुए माँ चामुण्डा माताजी से जालोर हाइवे तक मिलता हे इसी गली को ग्राम वासी पुरोहितो की सेरी बोला बताया किया करते हे
★★★★★★★गली नम्बर २★★★★★★★
चबूतरे से लेकर जैनो का वास ,घासियो का वास छिपा का वास , फिर मोचियों व् खववास के वास होते हुऐ मुख्य बस स्टॉप चोराये तक मिलता हे इसी गली को ग्राम वासी घासियो की सेरी बोला बताया किया करते हे
★★★★★★★★गली नम्बर ३★★★★★★★
चबूतरे से लेकर व्यास परिवार का वास जैनो का वास फिर प्रजापतो का वास ,फिर ढोलीयो का घर , फिर मेगवाल और बाद में भीलो के वास होते हुए बयोसा माताजी मंदिर से सायला वाला हाइवे मिल जाता हे इसी गली को ग्राम वासी देवलिया (तालाब) वाली सेरी बोला बताया करते हे
★★★★★★★गली नम्बर ४★★★★★★★
चबूतरे से लेकर जैनो का वास , व्यास का घर ,सिरवियो खोजी (मुसलमान ) भाइयो का घर होते गाँव के पेजके ( पशु अवाड़ा ) होते हुए बस स्टॉप लेकर जालमपुरा गोलिओ जाता हे इसी गली को ग्राम वासी सिरवियो की सेरी बोला बताया करते हे
यह तीन मीनार बाकरा ग्राम के बीचो बिच चबूतरा चौहटा था जोकि करीबन १० वर्ष पहले इसको ऐक फ्लोर बढ़ाकर तीन मीनार के मोडल में बदला दिया जो की आज अति सुन्दरता का विषय बना ग्राम बना और इसके ऐक तरफ ही जैनो का मंदिर हे फिर उसके पास ही गणेश जी मंदिर और दूसरी ही तरफ हनुमानजी का मंदिर हे और ठीक तीसरी तरफ ही दुकाने पास ही बड़ा महालक्षमी भी का मंदिर हे और आसपास पूरी दुकाने लगी हुई हे
अगर आपको देखनी हे तो
यह तीन मीनार आपको अगर देखनी हे तो आप
सायला से करीबन बाकरा ग्राम 20 किलोमीटर हे और
जालोर जिले से करीबन बाकरा ग्राम 30 किलोमीटर हे
बागरा से करीबन बाकरा ग्राम करीबन 20 ही हे और साथ में भीनमाल से देखा जाय तो बाकरा ग्राम करीबन 35-40 किलोमीटर हे और सभी जगहों से आने जाने के साधन मिलते रहते हे जेसे की ग्राम बस ,टेक्सी आदि
यह तीन मीनार आपको अगर देखनी हे तो आप
सायला से करीबन बाकरा ग्राम 20 किलोमीटर हे और
जालोर जिले से करीबन बाकरा ग्राम 30 किलोमीटर हे
बागरा से करीबन बाकरा ग्राम करीबन 20 ही हे और साथ में भीनमाल से देखा जाय तो बाकरा ग्राम करीबन 35-40 किलोमीटर हे और सभी जगहों से आने जाने के साधन मिलते रहते हे जेसे की ग्राम बस ,टेक्सी आदि
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जय चामुण्डा माताजी जी
https://m.facebook.com/bakragaav/
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