5वीं पास था ये हाईवे का लुटेरा, मोहल्ले की लड़की से की थी भागकर शादी

जालोर(राजस्थान). सांचौर के एनकाउंटर में मारा गया भीमसिंह हाईवे का लुटेरा था।उसका एनकाउंटर भी फिल्मी स्टाइल वाला था। पुलिस को पीछा करते हुए उसकी स्कॉर्पियो पर फायरिंग करनी पड़ी थी। वह सिर्फ पांचवी पास था और अपने ही मोहल्ले की युवती से लव मैरिज की थी।पांचवीं तक पढ़ा भीमसिंह, 


भागकर की थी शादी...
- 27 साल काभीनमाल के भागल भीम निवासी हिस्ट्रीशीटर भीमसिंह भोमियाउर्फ राजूसिंहपुत्र छोटूसिंहमहज 5वीं कक्षा तक ही पढ़ा था। पिता की आपराधिक छवि का असर उस पर बचपन में ही पड़ गया था।
- मोहल्ले में रहने वाली एक युवती से उसने घर वालों की मर्जी के खिलाफ जाकर शादी की थी। उसकी दो बेटियां हैं।
- उसके पिता और परिवार के अन्य सदस्य भागल भीम में अपने खेत पर रहते हैं। जबकि भीम सिंह भीनमाल में किराए के मकान में अपनी पत्नी और बेटियों के साथ रहता था।

फिल्मी स्टाइल में ऐसे हुआ था एनकाउंटर
- पुलिस के अनुसार, भीमसिंह ने 13 सितंबर की रात आंध्रप्रदेश के करनूल जिले के धोन थाना एरिया में मनी ट्रांसपोर्ट कंपनी के कार चालक का अपहरण कर 5.50 करोड़ रुपए लूटे थे।
- इस लूट में छह लोग शामिल थे, भीमसिंह यह पैसा लेकर राजस्थान आ गया। उसने सिर्फ 75 लाख रुपए एक साथी को दिए, बाकी के 4.75 करोड़ रुपए खुद रख लिए।
- पुलिस उसे पकड़ने के लिए लगातार पीछा कर रही थी। वह बार-बार अपनी लोकेशन बदलकर चकमा देता रहा।करनूल के डीएसपी हुसैन जैदी खुद राजस्थान में कैंप किए हुए थे।
- एनकाउंटर के दिन शुक्रवार को भीम सिंह ने फोन चालू कर भरत नाम के अपने दोस्त को गुजरात चलने के लिए कहा और वह होटल पर उसे लेने गया, तब करनूल पुलिस ने उसे ट्रेस कर लिया और पीछे लग गई।
- करनूल के एसपी गोपीनाथ जट्‌टी ने बताया कि उनकी टीम नेसांचौर में भीमसिंह को सरेंडर के लिए कहा था, लेकिन वह फायर करते हुए गाड़ी भगा ले गया। क्राॅस फायरिंग में भीमसिंह की मौतहो गई।
-जालोर के सरकारी अस्पताल मेंशनिवार कोमेडिकल बोर्ड ने भीम सिंह के शव कापोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस की फायरिंग में एक गोली भीमसिंह के पसली तोड़कर लेफ्ट फेफड़े को चीरते हुएउसमें ही फंस गई। फेफड़ा डैमेज होने और ब्लड जमने के कारण हेमरेजिक शॉक से भीमसिंह की मौत हो गई।

पैसा ज्वैलर का था, ट्रांसपोर्टर का चालक, तीन गिरफ्तार हो चुके है 
- पुलिस ने बताया कि भीमसिंह की गैंग ने जो पैसा लूटा था वह अहमदनगर के ज्वैलर अक्षय राजेंद्र लूणावत का था। उसने यह पैसा बेंगलुरु पहुंचाने के लिए हैदराबाद की मनी ट्रांसपोर्ट कंपनी (जिसे हवाला कारोबारी भी माना गया था, लेकिन उसने पैसा विड्राल करने की बैंक रसीदें पेश कर दी थीं) के नीलेश नंदलाल को सौंपा था।
-नीलेश ने अपने ड्राइवर करण चौबे व सुपरवाइजर अरविंद कुमार को पैसाें का बॉक्स लेकर भेजा था। धोन एरिया में वे चाय पीने रुके, वहीं से भीमसिंह अपनी गैंग के साथ उनके पीछे लग गया और दोनों का बंदूक दिखाकर अपहरण कर लिया। इसके बाद दोनों को 150 किमी दूर नागपुर में छोड़ा और पैसा लेकर भाग गए।
-करनूल एसपी गोपीनाथ ने केस सॉल्व करने के लिए पांच टीमें बनाई थीं। हैदराबाद व नागपुर में जांच कर कार चालक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। उनसे भीमसिंह के बारे में जानकारी मिली। तब करनूल डीएसपी के नेतृत्व में दो टीमें उसकी तलाश में राजस्थान और गुजरात भेजी गईं।

Comments

Popular posts from this blog

स्मृति चिन्ह भेंट किए :-बलवंत सिंह सेबटा बाकरा

चार चार बंगड़ी वाली गाड़ी ओड्डी ला दु ऐसा किया है इस गाना में की पूरा गुजरात मे धूम मचा दी है ओर आज अरबो लोग इस गाने के दीवाने हो गये