सांसद देवजी पटेल ने रात्रि बिना नींद लिए सोमता निवासी देवाराम प्रवासी के पिता की देहांत में राजस्थान लाने के लिए रात भर जागते रहे
बाकरा गाँव जिला जालोर:-अपनो से मिलने के लिए हजारो किमी दूर फँसे देवाराम प्रवासी के लिए पूरी रात जागते रहे सांसद*
लोकडाउन के देशभर के राज्यो में जालोर सिरोही जिले के हजारों लोग फँस गए जिनके घर पर मौत के बावजूद भी परमिशन नही मिलने से घर नही आ पा रहे थे सांसद देवजी पटेल की पहल से कई परिवारो को परमिशन दिलाकर घर वापसी करवाई इसी के चलते जालोर जिले सोमता निवासी देवाराम की जिसको सांसद के प्रयासो दुवारा राजस्थान लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है!
ऐसे कई लोग किसी की माँ तो किसी के पिता या रिस्तेदार के अंतिम संस्कार में शरीक हो पाए है इसी तरह के सांसद के प्रयासों की बाकरा गाँव जिला जालोर पेज के सदस्यों दुवारा आज के समय मे हकीकत ओर जमीन स्थिर धरातल की जानकारी पाना छाये की कौन नेता आज के समय मे धरातल अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है आज के समय मे देखा जाए तो बहुत सारे नेता प्रवासियों से फालतू में खुद के नाम की वाह वाही लूटने में कोई पीछे नही रह रहा है और हमको को तो जो जनता था कि कौन जमीन स्थिर कार्य करता है तो ऐसे नेताओ की उनकी धरातल जमीन स्थिर जानने के लिए हमने आगे की तहकीकात करनी चुरू की!
तो बाकरा गाँव निकटवर्ती गाँव करीबन तीस किलोमीटर समीप गाँव सोमता के देवाराम की तो हमने देवाराम की खोज करके नम्बर मिलाया ओर बात की ओर पूरा वाक्य जानने के लिए देवाराम से बात हु ओर देवाराम ने वो सच्चाई बताई ओर कहा कि सांसद देवजी पटेल की जितनी प्रसंसा करू उतनी कम है मेरे लिए ओर मेरे परिवार के लिए ऐसे समय अगर सांसद देवजी पटेल नही होते तो मेरे लिए राजस्थान आना मुश्किल नही नामुमकिन था ऐक तो ऐसे समय घर मे मातम छाया हुआ और ऊपर से इतनी तकलीफे आई में रोय रोय कर मेरा बुरा हालात हो गया था में किन अनमोल शब्दो से प्रसंसा करू वो बोल नही मिलेंगे इस समय हमारे कानो में चुनकर होस उड़ गए कियोकि देवाराम ने बताया कि मेरे पिताजी की देहांत हो गया था और इस दुखद समय मे तमिलनाडु के कोयम्बटूर में फंसा हुआ था और वहाँ मेने करीबन कोयम्बटूर में तीन दिन भाग दौड़ करने परन्तु कही भी मेरा काम नही बना!
उसके बाद में किसी सज्जन के दुवारा सांसद साहेब को अवगत कराया तो सांसद साहेब ने तुरन्त राजस्थान से सभी कागजात तैयार करवा के फिर से सांसद देवजी पटेल संपर्क करते हुऐ पास की अनुमति दिलवाई गई !
फिर सांसद देवजी पटेल की मेहनत बात बताई वो वाकई ह्रदय में झकजोर करने वाली है देवाराम कोयम्बटूर से रवाना तो हो गया परन्तु आगे की कठिनाई और तो रस्ते में ऐक दूसरे राज्यों की बॉर्डर पार करवाने के लिए रात दिन सांसद जागते रहे वो ऐक बड़ी मिसाल है साथ ही हर घंटे जानकारी लेते रहे अब देखो रास्ते किन परिस्थितियों का सामना होता है फिर किया हुआ कि कोयम्बटूर से महाराष्ट्र तक पहुँच गया तो वहाँ कोलापुर पर मुजे आगे राजस्थान नही आने दे रहे थे अनुमति पास होने बावजूद मुजे रोक गया!
फिर हमको सांसद देवजी पटेल की मेहनत से महाराष्ट्र प्रसासन से बात हुई तब जाके आगे निकलने में सहायता मिली उसके बाद आगे भिलाड बॉर्डर गुजरात वापी के बीस किलोमीटर पहले फिर से कालूराम रोक गया रात के करीबन दस बजे तो फिर देवाराम ने फिरसे सासद साहेब से अवगत कराया तो सांसद देवजी पटेल ने वहाँ एस पी से बात की इस बीच देवाराम का फोन बंद पड़ गया इस समय कोई दिमाग समझ नही आ रहा था इस बीच सांसद देवजी पटेल को समझ मे नही आया अब बात कैसे करे फिर सांसद देवजी पटेल ने रात के करीबन तीन बजे कोयम्बटूर में अपने मित्रों से उसके गाड़ी ड्राइवर के नम्बर मंगाए ओर ड्राइवर के फोन पर कॉल आया तो विश्वास ही नही हो रहा था मुजे तो बात हुए उसके बाद में वहा से रात्रि करीबन चार बजे पार करवाया गया और कहा कि भी आगे तकलीफ आये तो फोन लगाकर बात करना में आपके लिए जागता रहूँगा ओर सुबह घर पहुँच गया उसके बाद सुबह फिर सांसद देवजी पटेल का फोन आया और दुःख की घड़ी में परिवार को सांत्वना दी तो मुजे बड़ी खुशी हुई किया ऐसे समय मे भी मेरे मेरे बडे भाई जैसे बनकर साथ खड़े होकर रहे
ओर कहने लगा कि मे सांसद देवजी पटेल इनका यह गुणगाण जिंदगी भर नही भूलूंगा बस इतना कहना चाहता हु तो किया
ऐसे समय अगर हमारे जिले सांसद की सक्रियता की बखान जितनी कि जाय उतनी कम है
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