बाकरा गाँव की जनता का खुला पत्र: जो जिले की पोलिस को जो सड़क पर सावधानी के लिए जालौर में सड़क सुरक्षा अभियान का शुभारंभ करने पर
बाकरा गाँव जिला जालौर: राजस्थान महानिदेशक पुलिस जयपुर के निर्देशानुसार जालौर मुख्यालय पर जिला प्रशासन एवं जिला पुलिस (jila police)द्वारा सड़क सुरक्षा अभियान (Road safety campaign) का शुभारंभ किया गया. अभियान का आगाज आज विधिवत हुआ. जिला कलेक्टर महेंद्र सोनी एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र पाल सिंह (additional police commisionar)ने पैम्फलेट का विमोचन कर सुरक्षा सप्ताह का शुभारंभ किया. सड़क सुरक्षा सप्ताह 14 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक चलेगा। माननीय उच्च न्यायालय द्वारा गठित सड़क सुरक्षा कमेटी द्वारा निर्देशों की पालना में राज्य में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम एवं यातायात नियमों के सफल क्रियान्वयन के लिए एक विशेष सघन अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का मकसद बढ़ती सड़क दुर्घटना में कमी लाना है जिसके तहत जिला पुलिस द्वारा सड़क सुरक्षा अभियान में नागरिकों को जागरूक करने के लिए प्रचार प्रसार कर राजस्थान राज्य में होने वाली मृतकों की संख्या में कमी लाई जा सके.
अभियान के तहत जिला कलेक्टर महेंद्र सोनी ने यातायात नियमोंं की पालना करवाने के लिए यातायात प्रभारी को निर्देश दिए एवं कहा कि शराब पीकर वाहन नहीं चलाऐ. तेज़ गति और अधिक भार लदान से बचें। चलते वाहन में मोबाइल का उपयोग नहीं करें। हेलमेट एवं सीट बेल्ट लगाकर ही वाहन चलाए। दौड़ते वाहनों के सामने दौड़ कर सड़क पार नहीं करें। यातायात के संकेतों का पालन करें। इस अभियान के दौरान अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र पाल सिंह, पुलिस उप अधीक्षक जयदेव सियाग, जालौर कोतवाली सीआई बाघसिंह, यातायात प्रभारी लीला चौधरी, टैक्सी यूनियन अध्यक्ष नंदलाल खटीक, भंवरलाल सोनी, सुनील शर्मा, अंबालाल माली, हेड कांस्टेबल रणछोड़ाराम, हेड कांस्टेबल हस्तीमल, हेड कांस्टेबल विक्रमसिंह, बुधाराम, आसाराम सहित शहर के गणमान्य नागरिक, यातायात पुलिस कर्मी एवं विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राएं एवं अध्यापक उपस्थित रहे।
ऐसा माना जा रहा है कि इस अभियान से आम जनता में सड़क सुरक्षा को लेकर जागरुकता बढ़ेगी और आए दिन होने वाले सड़क हादसों में कमी आएगी.
खम्भीर विषय :-
अपने गांव की आधी अधूरी टूटी सड़को पर धड़ल्ले से चल रहे इन वाहनों पर कई सालों से आजतक कोई प्रतिबंध नही लगा पाया है इसको आम जनता की कमजोरी कहे या प्रशाशन की दादागिरी लेकिन इससे हर आम जनता के मन मे एक डर हर पल है सबसे दुःख की बात तो यह कि गांव की आदर्श की जाने वाली स्कूल गाँव बाहर व रॉड के प्रांत होने के कारण इस रोड को पार करके जाना पड़ता है और इस स्कूल के उनके छोटे बच्चे स्कूल जाते या आते कही इनकी चपेट में ना आ जाये कई बार छोटे छोटे जानवर इनकी चपेट में आने से मर तक गए है लेकिन इन पर कोई कार्यवाही अभी तक नही की
कुछ समय पहले बाकरा गाँव के आगे रेवतड़ा ग्राम के युवाओ ने इन्हें रोकने की कोशिश भी की थी लेकिन उनको पूरी तरह से सपोर्ट नही मिलने की वजह से ये कोशिश कामयाब नही हुई इनके रास्ते मे पडने वाले हर गांव में जनमानस में ये डर पता नही कब तक बना रहेगा
अब आप सबसे हाथ जोड़कर विनिति करते है कि बाकरा गाँव का पूरा रेवतड़ा ग्राम के युवाओं का समर्थन करता है ताकि सायला से ही उम्मेदाबाद से जालोर होते हुऎ सिरोही किया जा सकता है इसका
Pic :- सहकारी सोसायटी बाकरा गाँव के सामने
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