स्पेशल ट्रेन चलाई नहीं जो चल रही थी उसे सुविधा स्पेशल बनाकर काटी जेब
रेलवे ने इस बार जोधपुर से बांद्रा के बीच यात्रा करने वालों के साथ बहुत ही जोरदार किया है। दीपावली त्यौंहार को देखते हुये जोधपुर-बांद्रा के बीच स्पेशल ट्रेन का संचालन आरंभ नहीं किया, लेकिन उपनगरीय स्टेशन भगत की कोठी से ब्रांद्रा के लिये संचालित हो रही स्पेशल ट्रेन से दीवाली त्यौहार पर कमाई का जरिया निकाल लिया है। जिसके कारण जो यात्री सहजता से इस त्यौहार के सीजन में कम किराये में अपने घर पहुंचने का सपना देख रहे थे उनको रेलवे की सुविधा का अतिरिक्त शुल्क चुकाना होगा। इसके लिये रेलवे ने स्पेशल ट्रेन को सुविधा स्पेशल ट्रेन के रूप में संचालित करने के लिये ट्रेन को नया नंबर दिया गया है।
इससे यात्रियों को स्लीपर क्लास में 1665 थर्ड एसी में 4585 तो सेकंड एसी में फ्लाइट से ज्यादा 5565 रुपए तक किराया देना पड़ रहा है।
चलाई थी नियमित दीवाली को देख सुविधा स्पेशल बनाई
रेलवे को गत मार्च में बांद्रा टर्मिनस व भगत की कोठी के बीच मेल- एक्सप्रेस ट्रेन सप्ताह में दो दिन चलानी थी। रेलवे ने इसे किराया स्पेशल के नाम से चलाया और फेरे बढ़ाते हुए नवंबर तक ले गई। इस बीच 27 अक्टूबर की दीपावली के मद्देनजर मुंबई की ओर से जोधपुर के लिए यात्रियों की लंबी कतार देख कमाई का नया रास्ता निकाल लिया। ये ट्रेन बांद्रा से 21, 24, 28 व 31 अक्टूबर को अलग नंबर 82418 के साथ सुविधा स्पेशल के नाम से चलेगी। इन चार फेरों के लिए 2 अक्टूबर से शुरू की गई बुकिंग में जब यात्रियों ने किराया देखा तो हैरान रह गए।
एक ही रूट पर तीन ट्रेनें किराया अलग-अलग
रेलवे जोधपुर से मुंबई के बीच एक ही पटरी पर एक ही तरह के कोच व सुविधा वाली तीन तरह के किराए की ट्रेन चला रहा है। सूर्यनगरी सुपरफास्ट में बेसिक किराए के साथ रिजर्वेशन चार्ज व जीएसटी जोड़ कर किराया ले रहा है। वहीं मार्च में घोषित ट्रेन को किराया स्पेशल में चलाकर सुपरफास्ट से कुछ ज्यादा किराया ले रहा है। अब सुविधा स्पेशल में डायनेमिक किराया पद्धति से फ्लाइट जितना किराया लिया जा रहा है। सुविधा ट्रेन प्रीमियम होती है। यानी जैसे-जैसे सीटों की बुकिंग बढ़ती जाएगी व यात्रा की तारीख करीब आती जाएगी, किराया बढ़ता जाएगा। इस ट्रेन में सैकंड एसी का किराया 5565 है तो जोधपुर से मुंबई के लिए फ्लाइट का टिकट 5500 रुपए में मिल रहा है। वहीं सामान्य ट्रेन की तुलना में किराया स्पेशल ट्रेन का किराया 20 से 25 फीसदी तक ही अधिक होता है।
Comments
Post a Comment