खबर आपणे गाँव री :- बजरी खनन पर हाईकोर्ट की रोक के बाद,भवन निर्माण कार्य ठप्प
बाकरा गाव :-बजरी खनन पर हाईकोर्ट की रोक के आदेशों के बाद क्षेत्र में बजरी के बिना सरकारी व निजी कार्य बंद पड़े हैं। भवन निर्माण के कार्य ठप्प होने से मजदुरों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया हैं। सरकारी व निजी भवन निर्माण कायों में लगे मजदुर काम बंद होने से कस्बे की सैकड़ों पर मजदुरी के लिए इधर-उधर भटक नजर आ रहे हैं,लेकिन काम नहीं मिल रहा हैं। जिससे उनको घर खर्च चलाना मुश्किल हो गया हैं।
हाईकोर्ट के आदेशों के बाद एक-दो सप्ताह चोरी-छिपे बजरी अवैध खनन कर बजरी लाकर भवन निर्मता काम चला रहे थे,लेकिन पिछले कुछ दिनों से पुलिस व माइनिंग विभाग ने सख्ती बढ़ा दी हैं। जिस कारण अवैध बजरी खनन कर बजरी आने वाले एक भी टे्रक्टर या डम्पर सडक़ों पर नजर नहीं आता हैं। बजरी नहीं मिलने के कारण विभिन्न ग्राम पंचायत क्षेत्र में चलने वाले सरकारी भवनों व सीसी सडक़ों के काम पिछले एक माह से बंद पड़े हैं। कई कामों के वर्क आर्डर जारी होने के बाद शुरू ही नहीं हो रहे तो जो चल रहे हैं वो भी बजरी के बिना बंद पड़े हैं।
हजारों मजदुरीयों पर रोजी-रोटी का संकट
हाईकोर्ट के बजरी खनन पर रोक के आदेशों का असर यहां नित कमाकर खाने वाले मजदुरों पर पड़ रहा हैं। पहले जहां ढुंढे से कारीगर व मजदुर नहीं मिलते थे। अब वह काम न मिलने से ठाले बैठे हैं। ऐसे में उनके समक्ष रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया हैं। कस्बे समेत आस-पास के गांवों में सरकारी व निजी भवनों के निर्माण कार्यो में लगे हजारों मजदुरी बेरोजगार हो गया हैं। अब यह मजदुरी रोजगार के लिए कस्बे की सडक़ों पर इधर-उधर भटते नजर आ रहे हैं।
ग्राम पंचायतों में चलने वाले काम ज्याद
यहां अब तक स्वीकृत हुए विकास के काम बेतहासा प्रगति पर थे। कहीं सडक़ें तो कहीं भवनों के काम चल रहे थे,लेकिन बजरी खनन पर हाईकोर्ट के रोक के बाद काम ठप्प हो गए हैं। कई बड़े काम वाले संवेदकों को तो बाहर से मजदुर लाने के कारण बैठे रहने की ही पगार देनी पड़ रही हैं। ऐसे में कमाने के बजाय गंवाने की नौबज आ गई हैं।बात करेंगे आज के गाँव की नालियों के निर्माण की तो समस्याओं अपार है बाकरा गॉव मैन बस स्टैंड मेन रोड 11 नबर वार्ड में नाली का निर्माण नही होने के कारण रोड पर पानी ईदर उदर फेलने से गंदगी होने के कारण बिमारियो का सामना करना पड़ता है पंसायत में चार से सात बार लिखित रूप मे दिया पर पंसयत कोई एक्सन नही ले री है पंसायत इस मामले में कोई सुनवाई नही,
ये सब समस्याओं का सामना आज सुप्रीम कोर्ट के बजरी रोक होने के लिए इसलिये करना पड़ रहा है
चोरी-छिपे अवैध बजरी ला रहे थे वो भी बंद
हाईकोर्ट की रोक के बाद क्षेत्र के ट्रेक्टर ट्रोलीयां से पड़ौसी नदीयो से चोरी-छिपे अवैध खनन कर बजरी लाकर एक-दो सप्ताह काम चलाया। लेकिन पुलिस व माइनिंग विभाग ने सख्ती बढ़ाने से बजरी लाने वालों में खौफ बढ़ जाने से अब सडक़ों पर एक भी अवैध बजरी का ट्रेक्टर-ट्रोली नजर नहीं आ रहा हैं।
100 से ज्यादा मजदुरी हो गए बेरोजगार
गाँव के एक ठेकेदारों के कहना है की मेरे पास विभिन्न जगहों पर भवन निर्माण कार्यो में 30 कारीगर-मजदुरी काम कर रहे थे। बजरी की रोक के बाद बजरी नहीं मिलने से पिछले एक माह से कार्य बंद पड़े हैं। कार्य बंद होने से 30 मजदुरी-कारीगर बेरोजगार बैठे हैं। क्यों करें इनके अलावा कोई दुसरा काम ही नहीं मिल रहा हैं।
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