भगवान तूने किया किया है
भगवान तूने किया किया है हमारे 20-30 हजार ग्राम वासियो के लोगो के साथ तूने किया तो बस अन्याय उसके सिवाह कुछ नही किया है
जब अन्याय की घडी आती है तो वो भी बिक जाती है भगवान्
अगर तूने पुरे बाकरा ग्राम के किसी एक पूछा होता ना तो वो यही बोलता की मेरी जान लेले इनकी जान तू छोड़ दे ,
ऐक महान राजा ने भी ऐक शिकारी को सिर्फ कबूतर के बदले शिकारी को अपना शरीर छोप दिया था कि हे शिकारी तेरेको कबूतर मारकर उसका माछ खाने का मन हे कररहा तो तू मेरा शरीर से इस पछि के बराबर मेरा माछ लेले लेकिन इस पछि को तू मत मार
तो येतो हमारे सबकुछ थे तो इसलिए भगवान भी वो शिकारी पाप जा भागीदार बन रहा था अन्याय कर रहा था तो राजाजी ने भी उस अन्याही शिकारी के आगे कबुतर जे लिए सार्थक बने थे तो फिर
आगे दुबारा ऐसी गलती मत करना है भगवान किसी ग्राम के प्रति
जय चामुण्डा माताजी की
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